पहाड़ों की रानी मसूरी में टैक्सी यूनियन की हड़ताल ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. टैक्सी नहीं चलने से दूर दराज से आए हुए पर्यटकों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है. सिर्फ मंसूरी ही नहीं बल्कि तमाम यात्रा मार्ग इस हड़ताल से ठप पड़ गया है.
मसूरी के टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हुकुम सिंह का कहना है, 'हम जानते हैं कि पर्यटक रो रहे हैं. किसी की फ्लाइट मिस हो रही है तो किसी की ट्रेन पर हम कर भी क्या सकते हैं. पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए हमने सुबह इस हड़ताल में कुछ छूट दी थी कि पर्यटक अपने गंतव्य तक पहुंच सकें. लेकिन ये हड़ताल प्रदेश स्तर तक है इसलिए हम सिर्फ वही कर सकते हैं जो प्रदेश स्तर पर फैसला लिया जाएगा. बाकी हम ये जरूर जानते हैं कि इससे हम सभी को भी बहुत नुकसान हो रहा है लेकिन हम मजबूर हैं.'
मसूरी घूमने आए एक पर्यटक गौरव गुप्ता का कहना है कि अगर प्रशान और यूनियन के बीच का मामला है तो इसमें टूरिस्ट की क्या गलती है. गौरव का कहना है कि जब पूरी इकॉनमी टूरिस्ट पर ही निर्भर है तो फिर हमसे ही ये ज्यादती क्यों? पर्यटक पूरे प्लान के साथ चलते हैं और ऐसे में अगर इस तरह की समस्या खड़ी हो जाए तो पूरा का पूरा प्लान चौपट हो जाता है.
वहीं सचिव टैक्सी यूनियन पंवार का साफ कहना है, 'ये नियम केंद्र सरकार ने किया है जो बिल्कुल गलत है. लोकिन ये ध्यान रहे कि जैसे उत्तर प्रदेश में किसानों ने संदेश दिया था और सरकार को हराया गया. हम भी ऐसे ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, और हम भी ऐसा ही संदेश देंगे. क्योंकि ट्रांसपोर्ट पर ही ये प्रदेश चल रहा है.'