गर्मियों में पानी की किल्लत से निपटना इस समय सबसे बड़ी चुनौती है. हल्द्वानी में इस चुनौती से पार पाने के लिए 1 अप्रैल से नए भवनों के निर्माण में पानी के प्रयोग और कार सर्विस सेंटरों में कार की धुलाई पर प्रशासन ने रोक लगाई है. लेकिन इन सबके बीच हलद्वानी में एक कार सर्विस सेंटर ने वॉटर ट्रीटमेंट के जरिए कार धुलाई का नया तरीका निकाला है.
भीषण गर्मी में पानी की किल्लत के बीच हलद्वानी के वाहन मालिकों के लिए अच्छी खबर है. कार धुलाई में ज्यादा पानी खर्च ना हो इसके लिए एक ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया गया है. इसकी लागत करीब डेढ़ से 2 लाख के आसपास है. इस ट्रीटमेंट प्लांट से गाड़ी की धुलाई के लिए पानी को कई बार प्रयोग किया जा सकता है. मतलब एक बार कार धुलने पर वही पानी फिर से इस्तेमाल के लायक हो जाएगा.
दरअसल, 1 अप्रैल से पानी की किल्लत को देखते हुए जिला प्रशासन ने कार सर्विस सेंटरों पर कार की धुलाई पर रोक लगा दी थी. इसके बाद ग्राहकों की मुसीबतें बढ़ गयीं. सर्विस सेंटर के मालिकों के मुताबिक इस ट्रीटमेंट प्लांट के द्वारा कारों की हो रही धुलाई से ज़िलाधिकारी के आदेशों का पालन भी हो रहा है. साथ ही पानी की बचत भी हो रही है.
आमतौर पर एक कार की धुलाई में 45 से 50 लीटर पानी खर्च हो जाता है. अगर रोज कई गाड़ियां धुलाई की लिए आती हैं तो लाखों लीटर पानी धुलाई में खर्च हो जाता है. ये पानी अन्य किसी प्रयोग में भी नहीं आ पाता. ग्राहक भी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए हो रहे कार वाशिंग की सराहना कर रहे हैं. उनके मुताबिक शहर के तमाम वॉशिंग सेंटरों पर इस तरह के ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएं तो पानी की बड़े पैमाने पर बचत की जा सकती है.