उत्तराखंड के टिहरी जिले में रविवार को एक कार पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में आ गई, जिससे उसमें सवार सभी चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. पिछले दो दिनों से उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में लगातार भारी बारिश के कारण अब तक मरने वालों की संख्या 10 हो गई. वहीं, उधमसिंह नगर में भारी बारिश के कारण प्रशासन ने सोमवार को पांचवीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं.
टिहरी जिले में ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्रनगर बाईपास के पास पहाड़ से भारी भूस्खलन होने से ऋषिकेश से चंबा की ओर से जा रही एक कार मलबे में दब गई. पुलिस, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और सेना के जवानों ने मलबा हटाकर कार से शवों को बाहर निकाला.
नरेंद्रनगर के एसडीएम के. के. मिश्रा ने बताया कि हादसा दोपहर साढ़े बारह बजे भारी बारिश के बीच हुआ. मृतकों की पहचान ऋषिकेश निवासी वीरेश श्रीकोटी (32), उमेश रावत (33), मुकेश गुसाईं (33) और श्याम नौटियाल (25) के रूप में हुई है.
All schools to remain closed on July 18th due to heavy rainfall in Nainital district of Uttarakhand.
— ANI (@ANI_news) July 17, 2016
नैनीताल में 24 घंटे में 238.76 मिमी हुई बारिश
पिछले 24 घंटों में प्रदेश में सर्वाधिक 238.76 मिमी बारिश नैनीताल में दर्ज की गई, जबकि हलद्वानी में 214 मिमी, चोरगलिया में 156 मिमी, बागेश्वर में 120 मिमी, रामनगर में 117.06 मिमी, सोमेश्वर में 105 मिमी, अल्मोडा में 103.2 मिमी, सल्ट में 100 मिमी, देहरादून में 91.04 मिमी, कपकोट में 82.50 मिमी, गरूड़ में 80 मिमी, चौखुटिया और बडकोट में 75 मिमी बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश से प्रदेश में गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों सहित अन्य नदियां भी उफान पर आ गई हैं. हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 292.80 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 294 मीटर से लगभग दो मीटर कम है.
Haridwar: Portion of newly constructed bridge near Hill Bypass road caves in due to heavy rainfall, traffic affected pic.twitter.com/CZpnnMgQl3
— ANI (@ANI_news) July 17, 2016
चार धाम और कैलाश-मानसरोवर यात्रा प्रभावित
लगातार बारिश होने से गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. पहाड़ों से मलबा आने से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित प्रदेश के कई मार्ग बाधित हो गए हैं और चार धाम यात्रा और कैलाश-मानसरोवर यात्रा भी प्रभावित हुई है.
Haridwar (U'khand): Waterlogging in several parts causes a lot of distress to the locals,vehicular movement affected pic.twitter.com/MRNtTrFRQi
— ANI (@ANI_news) July 17, 2016
राज्य आपदा प्रबंधन ने किया दौरा
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के मद्देनजर रविवार को राज्य आपदा प्रबंधन और न्यूनीकरण केंद्र (डीएमएमसी) का दौरा किया. अधिकारियों को हर संभावित स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है.