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दो हथिनियों को साथ ले गया जंगली हाथी, 4 दिन चला सर्च ऑपरेशन

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जंगल गश्त के लिए हाथियों को रखा गया है. इसमें से दो हथिनियों को बरसात खत्म होने के बाद कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग की पलेन रेंज के हल्दुपड़ाव क्षेत्र में भेजा गया था. दोनों हथिनियों से वनकर्मी जंगल में गश्त करते हैं.

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चार दिन चले तलाशी अभियान के बाद बरामद मादा हाथी.
चार दिन चले तलाशी अभियान के बाद बरामद मादा हाथी.

उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में ऐसी घटना हुई जिससे हड़कंप मच गया. गश्त के लिए लाई गईं दो हथिनियों (मादा हाथी) को एक जंगली अपने साथ लेकर चल गया. चार दिन तक वनकर्मी सरकारी हथनियों की तलाश में जंगल छानते रहे. मामला कालागढ़ वन प्रभाग के प्लेन रेंज के हल्दूपड़ाव का है.

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बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जंगल गश्त के लिए हाथियों को रखा गया है. इसमें से दो हथिनियों को बरसात खत्म होने के बाद कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग की पलेन रेंज के हल्दुपड़ाव क्षेत्र में भेजा गया था. दोनों हथिनियों से वनकर्मी जंगल में गश्त करते हैं.

3 दिसंबर को हथिनियों को छोड़ा गया था

सूत्रों की मानें तो 3 दिसंबर को वन क्षेत्र में दोनों हथिनियों को छोड़ा गया था. इस दौरान एक जंगली नर हाथी वहां पहुंचा और दोनों हथिनियों को अपने साथ ले गया. जिस दौरान यह घटना हुई, मौके पर कोई वनकर्मी नहीं था. हथिनियों के गायब होते ही कालागढ़ वन प्रभाग में हड़कंप मच गया. 

वनाधिकारी ने भी जंगल में डाला डेरा

आनन फानन में विभागीय कर्मियों ने हथिनियों की तलाश शुरू की. प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने भी जंगल में डेरा डाल दिया. वो भी हथिनियों की तलाश में जुटे रहे. कालागढ़ वन प्रभाग के वन कर्मियों और अधिकारियों की मेहनत रंग लाई. 

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कुछ भी बोलने से बच रहे हैं अधिकारी

बीते दिनों दोनों हथिनियां जंगल में सुरक्षित मिल गईं. गुरुवार को दोनों को सुरक्षित हल्दुपड़ाव क्षेत्र स्थित हाथी बाड़े में लाया गया. विभाग की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है. इस पूरे मामले पर कालागढ़ वन प्रभाग के डीएफओ आशुतोष सिंह कुछ बोलने भी से बचते दिखाई दे रहे हैं. 
 

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