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हरिद्वार में महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था के दौरान महिला कमांडो दस्ता भी तैनात रहेगा. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशों पर इस दस्ते को टिहरी गढ़वाल के नरेंद्रनगर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ये उत्तराखंड में अपनी तरह का पहला दस्ता है. इसे राज्य पुलिस के एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) के तहत गठित किया गया है.
उत्तराखंड पुलिस की अलग-अलग इकाइयों से चुनिंदा कॉन्स्टेबल से लेकर महिला सब इंस्पेक्टर तक को 22 सदस्यों वाले इस दस्ते में रखा गया है. हरिद्वार में महाकुंभ का आधिकारिक तौर पर 1 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच आयोजन किया जाना है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत महिला कमांडो स्क्वॉड की तैनाती को 22 या 24 फरवरी को हरी झंडी दिखाएंगे. उत्तराखंड राज्य में एटीएस जैसे सुरक्षा विंग में महिला कमांडो दस्ते का गठन सुरक्षा को पुख़्ता करेगा, साथ ही साथ ही राज्य में महिला सशक्तिकरण की तरफ भी एक कदम होगा.
राज्य के डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि “मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों पर पहली बार एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड में महिला कमांडो दस्ते को नरेंद्रनगर सेंटर में तैयार किया जा रहा है. इसका मकसद राज्य के महत्वपूर्ण आयोजनों में महिला कमांडो फोर्स को भी आगे लाना है. आगामी महाकुंभ के आयोजन में इस महिला कमांडो दस्ते की पहली बार तैनाती की जाएगी. इससे महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर किया जा सकेगा.”
एटीएस एक ऐसा सुरक्षा विंग है क्यों किसी भी महत्वपूर्ण आयोजनों में आतंकी गतिविधियों को नाकाम करने में और उनके इरादों को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाता है. अब इस विंग में महिला कमांडो भी पुरुष कमांडो के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए देशविरोधी गतिविधियां चलाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देती नजर आएंगी.