scorecardresearch
 
Advertisement

आस्था Vs कोरोना संकट: हरिद्वार कुंभ के शाही स्नान में उमड़े लाखों लोग, प्रशासन बेबस

आस्था Vs कोरोना संकट: हरिद्वार कुंभ के शाही स्नान में उमड़े लाखों लोग, प्रशासन बेबस

देश में इस वक्त जितनी कोरोना की वैक्सीन की ज़रूरत है, उतनी ही समझदारी की वैक्सीन की ज़रूरत भी है. कुंभ जैसे बड़े आयोजन हों या फिर चुनावी रैलियां, आस्था की बात हो या लोकतंत्र के उत्सव की बात हो. हमें ये समझना होगा कि ये सामान्य समय नहीं है, ये संकट का समय है. जब देश में करीब 8 दिन से हर रोज़ एक लाख से ज़्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं. जब मौत का आंकड़ा रोज़ 900 के पार पहुंच चुका है. जब भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज़्यादा संक्रमित देश बन चुका है. जब अस्पतालों की व्यवस्था फिर चरमा रही है, इलाज के लिए लोग जूझ रहे हैं. तो कैसे हमें ये स्वीकार हो सकता है कि हज़ारों, लाखों की भीड़ एक जगह इकट्ठा हो. फिर भले ही कितनी सावधानी रखने के दावे किए जाए. ये बहुत अजीब हाल है और ये देश का सवाल है, क्योंकि ऐसे तो कोरोना से लड़ाई में हम अपने साथ ही अन्याय कर रहे हैं.

Nearly three million people have gathered by the banks of the Ganga in Haridwar for the Maha Kumbh Mela, one of the largest religious gatherings in the world, even though India is currently witnessing its most severe COVID-19 outbreak since the pandemic began. Watch this report.

Advertisement
Advertisement