प्रशासन के दावे अपनी तरफ, लेकिन संत समाज को लग रहा है कि हरिद्वार महाकुंभ सिर्फ नाम का कुंभ रह गया है. उत्तराखंड सरकार की ओर से पहले हरिद्वार में कुंभ की अवधि एक महीना रखने की बात कही गई थी, लेकिन हाइकोर्ट के कहने और संतो से बातचीत के बाद अब ये दो दिन और घटाकर 28 दिन की कर दी गई है. संतों का कहना है कि सारी पाबंदी हरिद्वार कुंभ पर ही क्यों लगाई जा रही है? क्यों यहीं हो रहे कुंभ में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं पर तमाम तरह की सख्ती बरत कर हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ किया जा रहा है? देखें रिपोर्ट.
Sant-samaj is not happy with the restriction over Haridwar Mahakumbh 2021. Uttarakhand government took the decision of reducing Kumbh for 28 days. In reacting to this Sant-samaj says that why all restrictions are on Haridwar Kumbh. Imposing restrictions on devotees is like playing with the faith of Hindus.