भारत-चीन 1962 की लड़ाई में वीर राइफलमैन जसवंत सिंह रावत ने अकेले 72 घंटे तक चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया था और 300 से अधिक को मार गिराया था. इनके नाम से नुरानांग में जसवंत गढ़ के नाम से एक जगह स्मारक है. इस स्मारक में उनकी हर चीज को संभाल कर रखा गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि आज भी यहां इनके कपड़ो पर रोज प्रेस की जाती है. देखिए आजतक संवाददाता मनजीत नेगी की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.