उत्तराखंड के चमोली जिले में गुरुवार को शहीद नारायण सिंह बिष्ट का अंतिम संस्कार 56 साल बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके गांव में किया गया. नारायण सिंह बिष्ट 1968 के वायुसेना विमान हादसे के बाद से लापता कर्मियों में से एक थे, जिनका शव सेना की रेस्क्यू टीम द्वारा रोहतांग दर्रे के पास बर्फ में दबा पाया गया. यह घटना उत्तरी रोहतांग के निकट हुई थी, और अब 56 वर्षों के बाद नारायण सिंह का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है.