दूसरों के दुख में आजकल कौन रोता है? लेकिन अगर मामला राजनीति से फायदा लेने का हो तो आंखें भी फरेबी हो जाती हैं. दिल्ली में यही हुआ. बिजली के बढ़े हुए बिल पर बीजेपी के विजय गोयल अपने समर्थकों के साथ DERC गए थे. और लोगों का दुखड़ा सुनाते-सुनाते वो सिसक पड़े. लेकिन इन आंसुओं की वजह कुछ और ही थी. दरअसल उनकी आंख में अरविंद केजरीवाल नाम का कांटा चुभ गया था.