अलविदा टेलीग्राम! तार नहीं रहा. किसी जमाने में तुरंत खबर पहुंचाने का एक मात्र जरिया दम तोड़ चुका है.  तार का आखिरी दिन और सुबह से ही देश भर के तार घरों में लंबी कतार लगा गयी थी. आखिरी बार इस सेवा का इस्तेमाल करने की ललक उन्हें तार घर तक खींच लायी.