लोकसभा चुनाव से पहले माओवादियों ने हालात अस्थिर करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. शर्मनाक बात यह रही कि डिप्टी कंमाडेंट इंद्रजीत सिंह ने रांची अस्पताल में सही इलाज के अभाव में दम तोड़ा. मौत से पहले वह दो घंटे तक मदद की गुहार लगाते रहे. वह डायरेक्टर जनरल, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से खुद को बचाने की अपील करते रहे लेकिन मदद साढ़े तीन घंटे की देरी से उन तक पहुंची. तब तक उनके शरीर से सारा खून बह चुका था.