जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र को दी खुली चेतावनी.. तोड़ - फोड़ की कोशिश हुई तो फिर लौटेंगे 90 के दशक जैसे हालात. 13 जुलाई, 1931 को श्रीनगर सेंट्रल जेल के सामने 22 लोगों ने दी थी शहादत.. श्रद्धाजंलि देने महबूबा ने कहा..1987 में गड़बड़ हुई तो यासिन मलिक और सलाउद्दीन पैदा हुए. महबूबा के बयान पर कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा..2014 में सोचनी चाहिए थी ये बात. तोड़ फोड़ के आरोप पर बीजेपी नेता रवींद्र रैना ने कहा... अपने घर को संभालना, घर के मुखिया की जिम्मेदारी.