मैंगलोर एयरपोर्ट पर हुए विमान हादसे में झुलस गईं 158 लोगों की सारी उम्मीदें. इस हादसे ने साबित कर दिया कि जिंदगी की उम्मीदों और मौत के मंजर के बीच फासला कितना कम और खौफनाक हो सकता है, मंजिल पर पहुंचने के कुछ ही पल पहले मौत ने ज़िंदगी का पूरा रुख ही पलट कर रख दिया.