मनमोहन ने अपने मंत्रिमंडल में पत्ते फेंटे तो कई चेहरे तकलीफ़ और नाराज़गी से भर उठे. कांग्रेस के तीन-तीन दिग्गज़ नेता ख़फ़ा हो गए. उन्हें उम्मीद थी ज़्यादा की, मिला कम. वीरप्पा मोइली, गुरुदास कामत और श्रीकांत जेना. कामत और जेना शपथ ग्रहण में शामिल तक नहीं हुए. और गुरुदास कामत तो अपना इस्तीफ़ा तक पेश कर चुके हैं. हालांकि वीरप्पा मोइली का रुख नरम पड़ चुका है.