केदार घाटी में राहत व बचाव का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. लेकिन अब भी हजारों लोगों का कोई अता-पता नहीं है. उत्तराखंड में अब तक गायब करीब 4500 लोगों के बारे में किसी को कोई अंदाजा नहीं है कि वे जिंदा भी हैं या नहीं.