उज्जैन में 72 घंटे की लगातार बारिश से 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकालेश्वर के गर्भगृह में पानी भर गया. पहली बार बारिश के पानी में डूबे महाकाल की भस्म आरती हुई.