न्यूयार्क में भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर का सामना करने से पाक विदेश मंत्री बचते नजर आए. सार्क बैठक में कुरैशी तबतक नहीं पहुंचे जबतक जयशंकर वहां से निकल नहीं गए. हाफिज पर भी कुरैशी की जुबान पर ताला लगा रहा. एक दिन पहले भी जयशंकर ने पाकिस्तान को चेताया था. उन्होंने कहा था कि दिन में क्रिकेट-रात में आतंक नहीं चलेगा. इसी सख्ती के बाद कुरैशी सामना करने की हिम्मत नहीं कर सके. ये वही कुरैशी हैं जो जंग का राग अलापते हैं लेकिन भारत के सामने नहीं आ सके. एक दिन पहले हाफिज के बैंक खाते को लेकर पाकिस्तान को यूएन का फैसला मिला और पाक को अंदेशा था कि ये सवाल जरूर उठेगा.