करोड़ों बेटियां बेटों के नाम पर कुर्बान हो गईं. बेटियों को या तो कोख में ही मार डाला गया या फिर कोख से निकलने के बाद. अब आमिर खान के सत्यमेव जयते से एक उम्मीद बंधी है. उम्मीद कि अब तक जो हुआ सो हुआ. अब हम अपने मोहल्लों में, गांवों में, कालोनियों में, शहरों में ऐसा नहीं होने देंगे. बेटियों को मरने नहीं देंगे.