दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर बुधवार सुबह हुए विस्फोट की सभी ने एक सुर में निंदा की और कहा कि इस घड़ी में वे सरकार के साथ खड़े हैं. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के प्रति संवेदना और दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की प्रतिबद्धता जताई.