अमर सिंह राजनीति में सक्रिय रहें या फिर दूर कमरे में बैठकर अपनी दूसरी रणनीतियों पर काम करते रहें. वो जब बोलते हैं, तो जैसे शब्दों के तीखे बाण चलते हैं. एक तीर से दो निशाने तो अमर के सामने पुरानी बात है. वो तो एक तीर से कम से कम चार-पांच निशाने साधते हैं. शाहिद सिद्दिकी को लेकर उन्होंने कैसे जया बच्चन से लेकर अखिलेश यादव तक को लपेट लिया.