अन्ना हजारे ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, 'भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन पार्टी बनाने के निर्णय से विभाजित हुआ है. पार्टी के समर्थन में आने से आंदोलन के तेवर पर असर पड़ा.' हालांकि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को नेक इंसान बताते हुए कहा कि अगर वे अच्छे उम्मीदवारों का चयन करते हैं तो मैं उनका समर्थन करूंगा.