25 जुलाई से शुरू हुए टीम अन्ना के आंदोलन में आखिरकार शनिवार को रंग जमते नजर आया. श्ानिवार को रोज के मुकाबले भीड़ ज्यादा नजर आयी. हालांकि अन्ना ने कहा है कि उन्हें भीड़ कम होने का मलाल नहीं है, क्योंकि सिर्फ भीड़ से ही कामयाबी नहीं मिल जाती.