लंबे इंतजार के बाद आखिरकार टीम अन्ना और स्वयं अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया है. पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने इनका अनशन तोड़वाया. भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के आंदोलन के राजनीतिक शक्ल लेने के ऐलान के बीच अन्ना हजारे ने कहा है कि जब तक उनके शरीर में प्राण है, तब तक लड़ाई जारी रहेगी.