भ्रष्टाचार अबतक राजनेताओं का महज चुनावी मुद्दा बनता आया था, अन्ना हज़ारे ने पहली बार इसके खिलाफ एक इमानदार आवाज उठाई. 4 दिनों के सत्याग्रह के बाद अन्ना की जीत हुई देश की जनता की जीत हुई. अन्ना हज़ारे ने शनिवार को अपना अनशन इस अल्टीमेटम के साथ खत्म किया कि अगर 15 अगस्त तक जन लोकपाल कानून पास नहीं हुआ तो फिर छिड़ेगा जनांदोलन.