रालेगण सिद्धि में सुबह हो चुकी है क्योंकि अन्ना हजारे जाग चुके हैं. पिछले 35 बरसों से अन्ना सुबह के पांच बजे जाग जाते हैं और इसी के साथ शुरू हो जाता है उनके दिन का कामकाज.