सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा. मेरा भारत महान. आज जब देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है. हर तरफ यही नारा गूंज रहा है. आजादी के 65 सालों में हिन्दुस्तान ने वाकई तरक्की की नई ऊंचाई छूई है. लेकिन, क्या देश सही मायने में तरक्की कर पाया है? क्या आज भी देश के सामने रोटी, कपड़ा और मकान वाले वही मुद्दे नहीं हैं जो आजादी के वक्त थे? आजादी के जश्न के बीच इन सवालों पर ये सोचने का भी वक्त है.