ये महंगाई बेकाबू है. ये महंगाई बेलगाम है. ये महंगाई जानलेवा है. महंगाई के ये सारे असर हमारे और आपके लिए हैं. सरकार के लिए तो ये महंगाई कागज के पन्नों में सिमटे कुछ आंकड़े से ज्यादा और कुछ भी नहीं है. तभी तो तमाम दावों के बावजूद भी अगस्त में खुदरा महंगाई दर में इजाफा हुआ और सरकार ने बस आंकड़े जारी कर अपनी जिम्मेदारी निभा ली.