रामलीला मैदान से निकलकर बाबा रामदेव एक गाड़ी की छत पर सवार होकर पुलिस बैरिकेडिंग के पास तक पहुंचे, जहां उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया गया और हिरासत में ले लिया गया. दिल्ली पुलिस ने बाबा रामदेव को अपने समर्थकों के साथ संसद की मार्च करने की इजाजत नहीं दी थी, और एनडीएमसी इलाके में धारा 144 लगा दी गई थी. वहीं, बाबा रामदेव के समर्थकों के लिए बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाया गया है.