कोयले पर हंगामा मचाते हुए बीजेपी जिस तरह से संसद को लगातार ठप कर रही है, अब पार्टी की नीति में थोड़ी नरमी दिखाई पड़ रही है. संसद चलने के लिए अब बीजेपी ने दो शर्तें रखी हैं. सुषमा स्वराज ने कहा है कि पहले खदान आवंटन रद्द हो और फिर निष्पक्ष जांच की जाए. यानी पीएम की इस्तीफे की मांग अब नीचे पहुंच गई है. सुषमा ने कहा कि कोल आवंटन से कांग्रेस को फायदा हुआ.