विकीलीक्स के उजागर किए गए तथ्यों को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर लोकसभा में चर्चा के दौरान भारी हंगामा हुआ. लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि यूपीए ने 2008 में विश्वास प्रस्ताव के दौरान कुछ सांसदों के वोट खरीदे. इस जवाबदेही से प्रधानमंत्री अपना पल्ला झाड़ नहीं सकते हैं.