ऐसा लगता है कि कोयला घोटाले के विरोध के लिए अन्ना के सहयोगियों ने जो रणनीति बनाई है, उसमें बड़ी उलझन है. वो इस मुद्दे पर घेराव करना चाहते हैं. लेकिन किसका घेराव करें, अभी ये तय नहीं हो पा रहा है. केजरीवाल कहते हैं कि कांग्रेस और बीजेपी सबके बड़े नेताओं का घेराव होगा. लेकिन, किरण बेदी का मानना है कि विरोध सिर्फ PM और सोनिया गांधी का होना चाहिए. मामले ने तूल पकड़ा तो किरण बेदी ने ये सफाई दी कि वो सिर्फ अपनी निजी राय बता रही थीं. लेकिन मुद्दे को लेकर केजरीवाल से उनका कोई मतभेद नहीं है.