जनवरी के बाद तो बस गुनगुनी ठंड ही रह जाती है और मौसम काफी सुहाना हो जाता है लेकिन मौसम वैज्ञानिकों को लगता है कि इस बार शायद ठंड का प्रकोप मौसम को फरवरी और मार्च में भी खुशगवार ना होने दे. हो सकता है कि मार्च तक इस साल कड़ाके की ठंड पड़े, जैसा कि 101 साल पहले हुआ था.