अपराध करने वाला भी हाड़ मांस का बना इंसान होता है लेकिन आम आदमी अपराधी के नाम से ही डर जाता है. फ़रीदाबाद में रहने वाली शालिनी के सामने ही उनकी बेटी को उठा लिया गया, मगर शालिनी की बहादुरी के सामने मुजरिम को सिर झुकाना पड़ा.