राजधानी में हत्या और बलात्कार की खबरों पर अब लोग चौंकते नहीं. घर में चोरी और चेन स्नैचिंग की खबरें तो अब खबर भी नहीं बन पाती. अपराधियों को जैसे पुलिस प्रशासन का कोई खौफ ही नहीं है. कम से कम अपराध के आंकड़े तो यही कहानी कहते हैं.