क्या महंगाई और एफडीआई के चक्कर में मनमोहन सरकार ही चली जाएगी. क्या दो दिन में दो तूफानी फैसलों के भंवर में खुद यूपीए सरकार फंसने वाली है. क्या इन्हीं फैसलों के कारण पड़ेगी यूपीए में आखिरी दरार. ममता और मुलायम के तेवर सख्त हैं. लेकिन मनमोहन आश्वस्त.