राजेश खन्ना तो 1970 के दशक के सुपर स्टार थे, लेकिन उनके फैंस आज भी हैं. उनकी अदाओं की हथकड़ियों में आज भी उनके दीवानों के हाथ बंधे हुए हैं. इसकी सबसे बड़ी झलक तब दिखी- जब राजेश खन्ना की शव-यात्रा निकली. अंतिम सफर पर निकले अपने सुपर स्टार को आखिरी सलाम बोलने के लिए मुंबई की सड़कों पर जन-सैलाब उमड़ पड़ा.