खरबों रुपए के एक्शन प्लान के बावजूद भी गंगा मैली की मैली ही है. सरकारें पानी में पैसा बहाकर भी चुप बैठी हैं. बनारस में जानेमाने पर्यावरणविद् जी.डी. अग्रवाल ने गंगा के लिए जान की बाजी लगा दी है, उन्होंने मांगें नहीं माने जाने तक अन्न-जल त्याग दिया है.