एक तरफ अन्ना हजारे प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखना चाहते हैं वहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन शुरु करने जा रहे बाबा रामदेव की राय थोड़ी अलग है. आजतक से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि लोकपाल भ्रष्ट नहीं हो सकता. प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश व्यवस्था और कानून तंत्र के सर्वोच्च अधिकारी है और उनको लोकपाल के अधीन करने के बारे में गंभीरता से विचार किए जाने की जरुरत है.