2014 चुनाव में डेढ़ साल का वक्त रह गया है. मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल में जिस तरह से एक के बाद एक घोटाले सामने आए हैं, उससे सरकार की छवि संदेह के घेरे में रही. कैबिनेट में फेरबदल से पहले सुबोधकांत सहाय और एस एम कृष्णा से इस्तीफे लिए गए, उससे विवादित मंत्रियों से पीछा छुड़ाने की कवायद साफ दिखी.देखना यही है कि युवा चेहरों की ये नई टीम कांग्रेस के मिशन 2014 में कितनी मददगार साबित होगी.