आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे जाट नेताओं और सरकार के बीच समझौता हो गया है. सरकार ने गिरफ्तार आंदोलनकारियों की रिहाई की बात मान ली है जबकि आंदोलनकारी अपने साथियों की रिहाई के बाद आंदोलन वापस लेने पर राजी हो गए हैं.