आजतक के हाथ लगे हैं ऐसे दस्तावेज, जो बताते हैं कि कैसे कोयला खदान के आवंटन में हुई थी बड़ी धांधली. आजतक के हाथ लगी है सीबीआई की एफआईआर. इस एफआईआर के मुताबिक, कोल ब्लॉक के आवंटन में दर्डा और उनकी कंपनियों ने झूठ और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया. सबसे चौंकानेवाली बात तो यह है कि तत्कालीन कोयला राज्यमंत्री संतोष बागरोड़िया को इन सबके बारे में पता था, फिर भी उन्होंने कोयला खदान का आवंटन इन्हें होने दिया.