01 अप्रैल से जनगणना अभियान शुरू हो रहा है, इसके तहत एक ही डेटाबेस में 1.2 अरब लोगों को शामिल किया जाएगा. जनगणना कार्य में लगे लोग पहली बार देश के निवासियों से मोबाइल फोन, कंप्यूटर, इंटरनेट, परिशोधित पानी की सुविधा है अथवा नहीं इस विषय में जानकारी इकट्ठा करेंगे.