अन्ना हजारे के करीबी अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सरकार को ना तो अन्ना की चिंता है औऱ ना ही देश में फैलते भ्रष्टाचार की. अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर आरोप लगाया कि जनलोकपाल के बारे में चिंदबरम और कपिल सिब्बल तैयार नहीं हुए इसलिए सरकार अपने वादे से पलट गयी.