आज की महिला जो स्वतंत्र है. अपने वजूद को अहमियत देती है वो ये भी जानती है कि उसकी पसंद और चाहत में क्या फर्क है. 2010 की महिला ने पहली बार बेझिझक इज़हार किया है कि वो बेहतर सेक्स चाहती है.