सरकारी अस्पताल में बेटी के इलाज का फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज पर इस कदर भारी पडा, कि उन्हें खुद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर इन्साफ की गुहार लगानी पडी है.