बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सरकार को यह विधेयक जल्दबाजी में नहीं पारित करना चाहिए और उसे सभी दलों की इस बारे में राय लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए.