एमसीडी में महिलाओं को पचास फीसदी हिस्सेदारी तो मिल गयी लेकिन मैदान में जो उम्मीदवार उतरे उनपर नेताजी की बहू बेटी और बीबी होने का आरोप लगा. अब आरोपों का पुलिंदा ढो रहीं ये महिलाएं इसी उम्मीद से प्रचार में जुटी है कि जीतीं तो पांच सालों में दिल्ली बदलने के साथ साथ अपनी पहचान भी बदल लेंगी.