नए रेल मंत्री बने मुकुल रॉय ने अपेक्षाओं के अनुरूप रेल किरायों में कमी कर दी और उसके बाद लोक सभा में जवाब देने पहुंचे. ये इतिहास में पहली बार हो रहा है कि रेल बजट पेश करने वाले अलग मंत्री थे और रेल बजट पर जवाब देने वाले अलग मंत्री हैं.