नीतीश कुमार को पांच साल का मौका मिला तो उन्होंने बिहार को विकास का रास्ता दिखाया लेकिन अब जनता ने जो इनाम दिया है. उसे खुद नीतीश ने भी कभी नहीं सोचा था. जेडीयू गठबंधन को तीन चौथाई से भी ज्यादा 206 सीटें मिली हैं.